ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज ज़िला शिक्षा कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया

गया।ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज ज़िला शिक्षा कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में जानकारी प्राप्त किया कि शिक्षा के क्षेत्र में कौन कौन सी योजना की क्या स्थिति है, इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यो की क्या प्रगति है, विभिन्न विद्यालयों में बच्चो की नामांकन की स्थिति, आधार इनरोलमेंट, ई- शिक्षा पोर्टल में नियमित एंट्री, विभिन्न स्रोतों से प्राप्त शिकायतों का मोनिटरिंग इत्यादि के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई।
      डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि ज़िले में 108 विद्यालय यैशे हैं, जिन्हें भैतिक जांच अब तक नही हुआ है, उन स्कूलों का स्वमं एव डीपीओ शिक्षा को नामित कर जांच करवाएं। पूर्व में उन विद्यालय के निरीक्षण के लिये ज़िला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एव बीपीएम शिक्षा को पत्र भेजी गई थी, परंतु अब तक स्कूलों की जांच नही की गई। डीएम ने संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एव बीपीएम शिक्षा से स्पष्टीकरण मांगने के साथ साथ विभागीय कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि डीपीओ स्तर से पदाधिकारी को लगाकर जांच करवाएं एव फॉलोअप भी लेते रहे। निरीक्षण में जाने वाले पदाधिकारी से कॉल करके यह जानकारी भी हर दिन प्राप्त करें कि आज किन पदाधिकारी द्वारा कितने विद्यालयों का निरीक्षण किया गया है और क्या कमियां पाई गई हैं।
     डीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र के कई प्रकार की योजना संचालित है, उन सभी योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से करवाये, ताकि हर विद्यार्थी उसका भरपूर लाभ ले सके।
    डीएम ने कहा कि एमडीएम के तहत एक दिन भी खाना किसी भी विद्यालय में बंद नही रहे, इसे सुनिश्चित करवाये। जहां भी जिस भी विद्यालय में एमडीएम बंद रहने की सूचना प्राप्त हो, तुरंत समाधान करवाते हुए एमडीएम चालू करवाये। डीएम ने ज़िला शिक्षा पदाधिकारी को कहा कि शिक्षा विभाग के किसी प्रोग्राम अफसर को डेडिकेटेड बनाकर मध्यान भोजन की निगरानी एव विद्यालयों की जांच हो रही या नही इसकी मोनिटरिंग करेंगे। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी हर दिन अपने सभी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
आधार इनरोलमेंट की समीक्षा के दौरान बताया गया कि ज़िले में 48 आधार इनरोलमेंट सेन्टर स्थापित किया जाना है, उसमे से 36 आधार इनरोलमेंट सेन्टर चल रहे हैं। ये सभी सेन्टर,  प्रखंड के हाई स्कूल में चल रहे हैं। बच्चो को आधार बनने की जानकारी लेने पर बताया गया कि ज़िले में लगभग 7 लाख 51 हजार बच्चो का आधार बनाने का लक्ष्य है। उसके विरुद्ध लगभग 03 लाख 96 हजार आधार कार्ड बनवाया गया हैं। जन्म प्रणाम पत्र बनने में थोड़ी समस्या के कारण बच्चो का आधार कार्ड बनने की प्रगति धीमी है। डीएम ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया है कि जिला सांख्यकी पदाधिकारी एव शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों के साथ साथ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ एक बैठक कर जन्म प्रमाण पत्र बनने में हो रही देरी को समाधान करवाये। निर्देश दिए कि पूरी सरलता के साथ बच्चो का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में मदद करे। ताकि तेजी से बच्चो का विद्यालय में इनरोलमेंट हो सके।
    इसके अलावा शिक्षा विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर सिविल वर्क्स का भी कार्य किये जा रहे हैं, जिसमे मुख्य रूप से नए विद्यालय भवन का निर्माण, विद्यालय में अतिरिक्त कमरा का निर्माण, विद्यालय बाउंड्री वाल, विद्यालयों की मरामती, विद्यालयो में रैम्प की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था समार्सेबल- डीप बोरींग, नए सिरे से टॉइलट्स निर्माण, विद्यालय में बिजली की व्यवस्था, इंटरनल बिजली वायरिंग, विद्यालय में बेंच डेस्क उपलब्ध करवाना सहित अन्य कई प्रकार के कार्य भी किये जा रहे हैं।
   डीएम ने कहा कि वैसा कोई विद्यालय जिसका अपना कोई भवन नही है, उसको प्राथमिकता पर भवन बनवाये। वैसे विद्यालय जहां भवन की अपेक्षा बच्चो की क्षमता ज्यादा है वहां भी प्रार्थमिकता से विद्यालय भवन निर्माण करवाये। जिस विद्यालय में टाइल्स या पानी की समस्या है, वहां तुरंत बोरींग करवाये एव टॉइलेस्ट्स का निर्माण करवाये।
    डीएम ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि शिक्षा विभाग की कई सिविल वर्क्स ज़िले में चल रहे हैं, कार्यो की गुणवत्ता की जांच अत्यंत महत्वपूर्ण है। जितने भी सिविल वर्क्स चल रहे हैं, उस सभी कार्यों को जिला स्तरीय पदाधिकारी एव प्रखंड विकास पदाधिकारी से जांच करवाएं। मानपुर रसलपुर में एक विद्यालय निर्माण की गुणवत्ता कम रहने पर डीएम ने संबंधित संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा है।

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