गया।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के आर्थिक अध्ययन एवं नीति विभाग के अंतर्गत संचालित स्कालर्स डिस्कशन क्लब द्वारा “केन्द्रीय बजट 2024 – 25” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया | जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि संगोष्ठी का आयोजन विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णन चालिल के नेतृत्व में किया गया जिसका उद्देश्य बजट की महत्वता का विश्लेषण करना था | कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णन चालिल के साथ विभाग के अन्य प्राध्यापकगण क्रमशः प्रो रतिकांत कुंभार, डॉ. अबोध कुमार, डॉ. आतिश कुमार दास, डॉ. रिकिल चिरमांग, डॉ. संजय कुमार और डॉ. रजनीकांत ओझा उपस्थित थे |
संगोष्ठी की शुरुआत में डॉ. रजनीकांत ओझा ने सभागार में उपस्थित अतिथियों एवं विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए संगोष्ठी के उद्देश्य को समझाया | आगे प्रो. कृष्णन चालिल ने संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए “केन्द्रीय बजट 2024 – 25” विषय पर अपने विचार साझा करते हुए बजट के कई पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए | उन्होंने स्कालर्स डिस्कशन क्लब के प्रयासों की सराहना करते हुए अपने संबोधन को विराम दिया |
स्कालर्स डिस्कशन क्लब की सदस्य और शोधार्थी सानिया इक़बाल ने बजट के आर्थिक पहलुओं को उजागर करते हुए आमजनों के बेहतरी के लिए शामिल प्रावधानों को संक्षेप में समझाया | अन्य शोधार्थी आलोक कुमार ने बजट के नौ प्राथमिकताओं और चार मुख्य थीमों को प्रस्तुत किया | वहीँ अन्य छात्र रवि रंजन ने पर्यावरण और ऊर्जा छेत्र में बजट आवंटन पर चर्चा की |
अनु कुमारी ने एमएमएमई के लिए बजट में क्रेडिट सुविधाओं पर ज़ोर दिया | पूजा कुमारी ने रोज़गार और कौशल विकास पर बजट के प्रयासों की चर्चा की | मनोज लिम्बू ने आयकर के सरलीकरण और छूट की सीमा में वृद्धि पर चर्चा की | जय प्रकाश ने राजकोषीय संकेतकों और सार्वजनिक वित्त पर अपने विचार साझा किए | संगोष्ठी का समापन एमए अर्थशास्त्र की छात्रा अंजलि द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ |