पटना। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने दूसरे दलों को छोड़ कर आने वाले नेताओं की मानसिकता और भविष्य पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जन सुराज को जनता का समर्थन प्राप्त है, इसलिए नेता अन्य पार्टियों को छोड़ कर जन सुराज में आ रहें हैं। पदयात्रा 2 वर्ष से की जा रही है, लेकिन लोग अभी जुड़ रहें हैं, क्योंकि लोगों ने भी हवा का रुख भांप लिया हैं। जन सुराज अभियान एक गंगा है, और कुछ नेताओं के जुड़ने से यह मैली नहीं होगी। 1 करोड़ लोगों ने जन सुराज को समर्थन दिया है और इसमें से 99 फ़ीसदी ऐसे लोग हैं, जो राजनीति में नहीं हैं, जिनके बाप–दादा एमपी–एमएलए नहीं रहें हैं।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि कोई भी व्यवस्था बनती है, तो कुछ सही–गलत होता ही है। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, वैसे लोगों को चुनाव लड़ाया जाएगा जिसको देख कर समाज के लोग खुद बोलेंगे ये ऐसे लोग हैं जो समाज का कल्याण करेंगे। 2/3 ऐसे लोगों को चुनाव लड़ाया जाएगा जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा है और न ही राजनीति से जुड़े हैं। बिहार को खराब करने में ऐसे लोगों का ही तो हाथ हैं, जो पहले से राजनीति में हैं। हम नई व्यवस्था की बात कर रहें हैं इसलिए पुराने लोगों को चुनाव लड़ाने का क्या फायदा, ऐसे लोगों को चुनाव लड़ाया जाएगा जो समाज के परखे और बुद्धिजीवी हैं।