पेड़ बेचे जाने के खिलाफ में राजमणि कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ जमीनदाता ने किया विरोध प्रदर्शन

जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड स्थित गंगरा गांव में राजमणि कॉलेज के प्रिंसिपल के विरोध कॉलेज को दान में दिए जमीन दाताओं ने जमकर  नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया। जमीन दान में दिए लोगों ने कहा कि चंद्रशेखर सिंह के प्रयास से सन 1981 में कॉलेज को स्वीकृति मिली जो कि महुली में संचालित हुआ। लेकिन गंगरा के कुछ लोगों ने राजमणि कॉलेज के नाम पर ससर्त नौकरी देने के नाम पर कॉलेज को एक एकड़ 50 डिसमिल जमीन दान में दिया। हालांकि कॉलेज का 2006 में ही बंद हो गया। और अपनी स्वीकृति चाह में अभी तक जूझ रहा है।लेकिन आज तक ना तो कॉलेज में कोई छात्र-छात्रा का नामांकन हो पाया ना ही कॉलेज को  स्वीकृति  मिली।

कहते है कॉलेज को दान में जमीन देने वाले जमीनदाता

वही इस संदर्भ में कॉलेज के जमीन दान देने वाले दाता रामबरन सिंह, श्याम सुंदर सिंह,अमृत राम, रघुवीर राम, बाबूलाल राम, जगो राम, सत्यनारायण यादव, रामदेव राम, नथूनी सिंह, ने कहा कि जब कॉलेज 2006 में ही बंद हो गया और अपना कॉलेज का एक भी कार्य नहीं हो रहा है। तो कॉलेज के ऑफिस सिर्फ व्यवसाय के रूप में खोल कॉलेज की कैंपस की जमीन में लगे पेड़ को व्यापारियों को बेच दिया जा रहा। जब हम सभी जमीन दाता कॉलेज प्रिंसिपल राम किशोर सिंह से मना किया तो उन्होंने झूठ मुकदमा कर दिया वहीं कॉलेज को लेकर जमीन दाताओं में  जिला प्रशासन से जांच की मांग कर कॉलेज प्रिंसिपल पर कानूनी कार्रवाई की मांग किया।

जमुई से सदानंद कुमार

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