गया।आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24” केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास पर तैयार किया गया सबसे अधिक चर्चित और बहस वाला नीतिगत दस्तावेज है | यह रिपोर्ट परंपरागत तौर पर नियमित रूप से वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट पेश करने से एक दिन पहले संसद में पेश की जाती है । इस रिपोर्ट का समाज के सभी वर्गों से संबंधित है और ऐसे में रिपोर्ट में प्रस्तुत सामग्री पर चर्चा और बहस समयोचित है। इसी पृष्ठभूमि में कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के आर्थिक अध्ययन और नीति विभाग के तहत कार्यरत स्कॉलर्स डिस्कशन क्लब ने “आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24″ पर एक परिचर्चा का आयोजन किया | विस्तृत जानकारी देते हुए सीयूएसबी के जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि अर्थशास्त्र विभाग विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णन चालिल के नेतृत्व में पैनल चर्चा में अर्थशास्त्र विभाग के पांच शोधार्थियों ने पैनल वक्ताओं ने भाग लिया । अंकित राज ने परिचयात्मक भाषण में अर्थव्यवस्था की स्थिति और इसके विभिन्न आयामों पर चर्चा की। अन्य शोधार्थी आकाश सोनी ने मौद्रिक प्रबंधन और वित्तीय मध्यस्थता के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और भारत सरकार के मौद्रिक प्रबंधन की सराहना की। निकिता झा ने अपनी प्रस्तुति में भारत में बुनियादी ढांचे के विकास के क्षेत्र में हो रही क्रांति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार ने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए निवेश बढ़ाया है जो उत्पादन और रोजगार में तेजी लाएगा जो अंततः अत्यधिक गरीबी को कम करेगा। वहीं कुमारी पलक ने अपने भाषण में भारत में जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा संक्रमण पर बात की, जिसमें उन्होंने कार्बन उत्सर्जन और जलवायु वित्त पर नीतियों पर जोर दिया गया। अंतिम वक्ता यश कुमार ने अपनी प्रस्तुति में प्रदर्शन उद्योगों विशेष रूप से सीमेंट उद्योग से जुड़े विभिन्न आयामों को साझा किया ।
विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णन चालिल ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि परिचर्चा ने युवा दिमागों को प्रज्वलित करने के लिए कई अंतर्दृष्टि सामने लाईं। पैनलिस्टों की प्रस्तुति के बाद मंच को सभागार में मौजूद विद्यार्थियों के प्रश्नों के लिए मंच खोला गया जिसमें विभागाध्यक्ष प्रो. चालिल ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई। डॉ. आतिश कुमार दाश (सहायक प्राध्यापक) ने पैनलिस्टों को सम्मानित किया वहीं कार्यक्रम में डॉ. रिकिल चिरमंग (सहायक प्राध्यापक) और डॉ. संजय कुमार (सहायक प्राध्यापक) ने भी अपने विचार साझा किए | स्कॉलर्स डिस्कशन क्लब के संकाय समन्वयक डॉ. आर.के. ओझा ने अतिथियों का स्वागत किया तथा स्कॉलर्स डिस्कशन क्लब की छात्रा समन्वयक सुश्री सानिया इकबाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।