गया।नगर आयुक्त कुमार अनुराग द्वारा स्वच्छ गया स्वच्छ पितृपक्ष अभियान के सफल संचालन एवं उसके तहत की जा रही सफाई व्यवस्था की समीक्षा की गई एवं मेले क्षेत्र के कोरे जोन की व्यवस्था का पुनः निरक्षण किया गया।
आवारा पशुओं की समस्या मेले क्षेत्र में न दिखे को लेकर निगम के स्तर से कैटल कैचिंग टीम का गठन किया गया है जिसके नोडल सिटी मैनेजर हैं। गांधी मैदान क्षेत्र में जब दल के द्वारा कार्यवाही की जा रही थी एवं आवारा पशुओं को टेंट सिटी से पकड़ा जा रहा था तब एक पशु मालिक द्वारा कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया गया। उपरोक्त के आलोक में नगर आयुक्त द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने हेतु निदेशित किया गया एवं सिटी मैनेजर द्वारा उपरोक्त व्यक्ति पर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया अपनाई गई। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया की गया शहर तभी साफ हो सकेगा जब इसमें जन भागीदारी हो। आवारा पशु एवं गंदगी एक सामूहिक समस्या है एवं निगम द्वारा उपरोक्त के आलोक में सख्ती से किसी भी अभियान का अनुपालन कराया जाएगा। गंदगी फैलाने एवं आवारा पशुओं के मालिकों से कड़ी आर्थिक दंड वसूली जाएगी और जरूरत पड़ने पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी। अभी तक, पशु कैचिंग टीम द्वारा मेले अवधि में 110 से जायदा आवारा पशुओं को पकड़ा गया है। इसमें और सख्ती लाने की जरूरत है।
निरंतर, मच्छरों एवं डेंगू की समस्या को लेकर फॉगिंग भी करवाई जा रही है। डेंगू प्रभावित क्षेत्र के अलावा निरंतर 3 वार्डो के रोस्टर के हिसाब से फॉगिंग करवाई जा रही है। साथ में, मेला क्षेत्र में निरंतर फॉगिंग की जा रही है।
जिलाधिकारी, महापौर एवं नगर आयुक्त ने क्षेत्र भ्रमण में पाया की मेले के कोर एरिया में भीड़ काफी जायदा है। हजारों की संख्या में यात्री निगम के द्वारा लगाए गए पंशला का उपयोग रोजाना कर रहे हैं। उक्त के आलोक में अतिरिक्त पंशाला बस स्टैंड एरिया में, देव घाट में निगम द्वारा लगाया गया है।
नगर आयुक्त ने देवघाट एवं सीताकुंड पथ में सफाई व्यवस्था का आंकलन किया। कचरे का प्रबंधन और निगम के नेली स्थित प्रोसेसिंग प्लांट का भी भ्रमण किया।