गया।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 उन्मुखीकरण और संवेदीकरण” विषय पर केंद्रित आठ दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम ( शिक्षक विकास कार्यक्रम – एफडीपी) का शुभारंभ हो गया । सीयूएसबी के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा समर्थित यूजीसी मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम (एमएमटी-पीपी) योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया है।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में सीयूएसबी के संस्थापक कुलपति प्रो. जनक पांडेय ने एफडीपी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला | उन्होंने शिक्षक सशक्तीकरण, व्यावसायिक शिक्षा और अनुसंधान के महत्व और नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में इसके विकास पर चर्चा की। भारत के प्रख्यात मनोवैज्ञानिक प्रो पांडेय ने शिक्षण संस्थानों को एनईपी के आधार पर पाठ्यक्रम को विकसित करने में छात्रों के मनोवैज्ञानिक चुनौतियों पर भी विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है |
पहले सत्र की अध्यक्षता करते हुए सीयूएसबी के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने शैक्षणिक, पेशेवर, व्यावसायिक और जीवन कौशल जैसे कौशल के महत्व पर जोर देते हुए समग्र शिक्षा के महत्व का उल्लेख किया | उन्होंने हर्ष के साथ कहा कि सीयूएसबी ने एनईपी 2020 पर आधारित पाठ्यक्रमों की शुरुआत कर दी है |
जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के सरल और परिवर्तनकारी नेतृत्व में हुआ और इसके पश्चात प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह ने स्वागत भाषण दिया। सीयूएसबी के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह की देखरेख में आयोजित इस ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) के शिक्षक और शोधकर्ता शामिल हुए हैं। इस आठ दिवसीय एफडीपी के समनवयक प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष, मनोवैज्ञानिक विज्ञान विभाग और डॉ. चेतना जायसवाल, सहायक प्रोफेसर, मनोवैज्ञानिक विज्ञान विभाग हैं।
आगे कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा डॉ. तरुण कुमार त्यागी, निदेशक, एमएमटीटीसी, सीयूएसबी द्वारा प्रस्तुत की गई उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य देश के संकाय सदस्यों और शिक्षाविदों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में संवेदनशील और जागरूक करना है।
दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. संदीप कुमार, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी ने उच्च शिक्षा में मानव मूल्य, नैतिकता और सदाचार पर केंद्रित भाषण दिया | उन्होंने प्रतिभागियों से बातचीत की और उनके प्रश्नों के उपयोगी उत्तर दिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. तरुण कुमार त्यागी और लेफ्टिनेंट (डॉ.) प्रज्ञा गुप्ता, शिक्षक शिक्षा विभाग, सीयूएसबी ने किया | इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के शिक्षक और शोधकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन केएसएस कॉलेज, लखीसराय की सहायक प्रोफेसर शिवांगी गुप्ता के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। सत्र के अंत में, प्रतिभागियों ने बौद्धिक रूप से आकर्षक सत्र के लिए प्रतिष्ठित संसाधन व्यक्तियों और आयोजन टीम के प्रति आभार व्यक्त किया, जहां उन्हें सीखने और अपने ज्ञान को बढ़ाने का अवसर मिला।