सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत सीयूएसबी के लीगल एड क्लिनिक के सदस्यों ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए

गया।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस में संचालित लीगल एड क्लिनिक द्वारा साइबर सुरक्षा जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम के तहत परिसर में ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के विभिन्न उपाय बताए | जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि जागरूकता सप्ताह का आयोजन कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में  लीगल एड क्लिनिक के समनवयक डॉ सुरेंद्र कुमार (सह प्राध्यापक, स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस) के नेतृत्व में किया गया | कार्यक्रम का उद्घाटन चाणक्य भवन (स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज बिल्डिंग) से किया गया और इसके पश्चात लीगल एड क्लिनिक के सदस्य छात्र – छात्राओं ने विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट भवन, मधुबन कैफेटेरिया और ओपन जिम्नेजियम में विद्यार्थियों, टोटो चालकों, परिसर के दुकानदारों तथा कर्मियों को सायबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं से रूबरू करवाया |

इस अभियान में पासवर्ड सुरक्षा, दो-चरणीय सत्यापन, ओटीपी सुरक्षा और सोशल मीडिया धोखाधड़ी, संरक्षित वेबसाइटों का उपयोग, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर और बैंकिंग लेनदेन जैसे विषयों को शामिल किया गया। प्रतिभागियों ने अक्षरों, संख्याओं और प्रतीकों के मिश्रण का उपयोग करके विभिन्न ऑनलाइन खातों के लिए मजबूत, अद्वितीय पासवर्ड बनाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई। सुरक्षा के एक अतिरिक्त कदम के रूप में दो-चरणीय सत्यापन को सक्षम करने के महत्व पर जोर दिया गया, साथ ही विभिन्न प्लेटफार्मों पर इसे कैसे सक्रिय किया जाए, इस पर प्रदर्शन भी किए गए। ओटीपी साझा करने के खतरों पर चर्चा की गई, साथ ही खातों तक अनधिकृत पहुंच को रोकने के लिए उन्हें कभी भी किसी को न बताने का स्पष्ट संदेश दिया गया। अभियान में सोशल मीडिया से जुड़े जोखिमों को भी संबोधित किया गया, गोपनीयता सेटिंग्स को समायोजित करने, फिशिंग संदेशों को पहचानने और अज्ञात उपयोगकर्ताओं से संदिग्ध लिंक या अनुरोधों से बचने के सुझाव दिए गए। मिल्खा सिंह खेल परिसर में अभियान का समापन हुआ। सदस्यों ने बैंकिंग लेनदेन धोखाधड़ी और सोशल मीडिया विज्ञापन धोखाधड़ी जैसी समस्याओं पर भी चर्चा की।

डॉ. एस.पी. श्रीवास्तव (स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस के प्रमुख और डीन) और डॉ. पवन कुमार मिश्रा (छात्र कल्याण के डीन) की बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और निर्देशन में इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित  किया गया । डॉ. सुरेंद्र कुमार (एसोसिएट प्रोफेसर, एसएलजी), समन्वयक कानूनी सहायता क्लिनिक, और सह-समन्वयक डॉ. अनंत प्रकाश नारायण (सहायक प्रोफेसर, एसएलजी) और डॉ. चंदना सूबा (सहायक प्रोफेसर, एसएलजी) की देखरेख में यह कार्यक्रम सफल रहा। कार्यक्रम में डॉ. जे.पी. सिंह (सहायक निदेशक, शारीरिक शिक्षा) भी शामिल हुए। उनके नेतृत्व और समन्वय से कार्यक्रम का सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित हुआ।

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