गरीबों को शिक्षा से वंचित करने में जुटी है मोदी नीतीश सरकार– धनंजय
अपराध की घटनाओं से शर्मशार हो रहा बिहार– धनंजय
गया।छात्र संगठन आइसा नेता व जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय जेएनयू छात्र संघ के मौजूदा अध्यक्ष कॉमरेड धनंजय कुमार के गया आगमन पर रेलवे स्टेशन परिसर में उनका जोरदार स्वागत किया गया।
ढोल नगाड़े के साथ बड़ी संख्या में जुटे आइसा कार्यकर्ताओं व गुरारू से आए युवाओं ने जुलूस निकाला जो राय काशी नाथ मोड़, कचहरी होते हुए अंबेडकर पार्क पहुंचा जहां धनंजय ने डॉ. भीम राव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर प्रेस मीडिया को संबोधित किया।
कॉमरेड धनंजय ने अपने संबोधन में कहा कि जेएनयू ने मोदी सरकार की हर साजिश को नाकाम किया है। आज पूंजीपतियों की चहेती मोदी सरकार हर चीज के निजीकरण में जुटी हुई है। बेताशाह फीस वृद्धि कर गरीब वंचितों को शिक्षा से बाहर करना चाहती है। मगर हमलोग सबको गुणवत्तापूर्ण सस्ती शिक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं।
वहीं लंबे समय से बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार के राज में भी शिक्षा और स्वास्थ्य का बड़े पैमाने पर निजीकरण हुआ है। आज बिहार के विश्वविद्यालय अपनी लेट लतीफी के लिए जाने जाते हैं। जिसके कारण बेहतर शिक्षा के लिए छात्रों को पलायन करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि एनडीए राज में बढ़ते अपराध की घटनाओं से बिहार शर्मशार हो रहा है। गया में एक के बाद एक गरीब दलितों और महिलाओं की हत्या बलात्कार हो रही है। न्याय के साथ विकास और सबका साथ सबका विकास का नारा झूठा है।
वहीं भाकपा माले नेता व आइसा गया प्रभारी तारिक अनवर ने कहा कि कॉमरेड धनंजय ने गया और बिहार का मान बढ़ाया है। बिहार वासियों को उनपर गर्व है।
इस मौक़े पर आइसा नेता मो. शेरजहां, बाली कुमार पासवान, बिल्लू पासवान, नरेश पासवान, मोलूकांत, मो. सनाउल्लाह, रंजीत कुमार, नीतीश पासवान, धर्मेंद्र ठाकुर, कमलेश पासवान, संजय चौधरी, मो. आसिफ, रौशन कुमार, सृजन सन्नी, कौशल पासवान, उपेंद्र चौधरी समेत दर्जनों लोग शामिल रहे।
आइसा से जुड़े धनंजय कुमार 2014 से छात्र राजनीति में सक्रिय हैं। वह जेएनयू के स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स से पीएचडी कर रहे हैं। गया के गुरारू से आने वाले धनंजय के पिता एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी हैं।