गया से देवब्रत मंडल प्यारा बिहार संवादाता
गया।अंग्रेजी शासनकाल से उत्तर भारत की सांस्कृतिक नगरी “गयाजी” में गया शहर के उत्तरी क्षेत्र के दु:खहरणी मंदिर, तुतबाड़ी, नई गोदाम, गोलपत्थर और झीलगंज में स्थापित लाइसेंसी प्रतिमाएं शहर के जामा मस्जिद होते हुए दु:खहरणी मंदिर के द्वार से पास होती आ रही है। इस वर्ष 2024 में भी कड़ी सुरक्षा के बीच 5 लाइसेंसी मां दुर्गा की मूर्ति दु:खहरणी द्वार से पास कराया गया। देर रात तक सुरक्षा का जायजा लेने के लिए गया के डीएम डॉ त्यागराजन एसएम व एसएसपी आशीष भारती डटे रहे। इसको लेकर सुरक्षा बलों की भारी बंदोबस्ती की गई थी। 12 अक्टूबर नवरात्र के मौके पर पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए शहर के 5 लाइसेंसी मां दुर्गा की प्रतिमाओं को पास कराया गया है। इसी क्रम में गया शहर के उत्तरी क्षेत्र के 5 लाइसेंसी प्रतिमा को नवरात्र के विजयदशमी के दिन रात्रि को दु:खहरणी द्वार से पास कराया गया। यह सिलसिला शनिवार की देर रात तक 1:00 बजे तक चलता रहा। प्रतिमा दु:खहरणी द्वार से होते हुए जामा मस्जिद से गुजरती है। इसे लेकर यहां पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की बंदोबस्ती की गई थी। करीब 4-5 घंटे का वक्त लग गया। इस पूरे कार्यक्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस उपाधीक्षक पीएन साहू, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता राजस्व, ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता, कोतवाली थाना के साथ-साथ काफी संख्या में सुरक्षा बल के जवान और सामाजिक कार्यकर्ता एवं मुस्लिम समुदाय के गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे। जिनमें मुख्य रूप से नूरानी, मोती करीमी, असद परवेज उर्फ कमांडर, अनिल स्वामी, अनंत धीश अमन, जितेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार उर्फ टिबलु सिंह, पूर्व वार्ड पार्षद संतोष सिंह, साहजी कमर, बृजनंदन पाठक, अंकुश बग्गा सहित अन्य पूजा समिति के वोलेंटियर्स मौजूद थे।