टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल का सीएस और डीपीएम ने किया औचक निरीक्षण

इमरजेंसी कक्ष में आॅक्सीजन व्यवस्था सही नहीं रखने पर सीएस ने दिये कड़े निर्देश

सेंट्रल रिव्यू टीम की जिला भ्रमण को लेकर डीएम के निर्देश पर किया गया निरीक्षण

गया।सेंट्रल रिव्यू टीम की जिला भ्रमण को लेकर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जरूरी तैयारियां की जा रही है। जिला पदाधिकारी डॉ एसएम त्यागराजन के निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों की टीम अनुमंडलीय, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर रही है। इस क्रम में सोमवार को सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार तथा डीपीएम स्वास्थ्य नीलेश कुमार ने टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मौजूद कई खामियों पर सिविल सर्जन ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कड़े निर्देश दिये। स्वास्थ्य अधिकारियों ने आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं सहित आॅपरेशन थियेटर तथा प्रसव कक्ष, शौचालय, ओपीडी में मरीजों तथा उनके परिजनों के बैठने की व्यवस्था, पानी तथा बिजली, आवश्यक दवाओं उपलब्धता व अन्य सेवाओं का निरीक्षण करते हुए कमियों को यथाशीघ्र सही करने के निर्देश दिये।  

इमरजेंसी रूम की व्यवस्था पर कड़े निर्देश
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि जिला पदाधिकारी के निर्देश पर टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल कर औचक निरीक्षण कर सबसे पहले आपातकालीन व्यवस्था को देखा। इमरजेंसी रूम में आॅक्सीजन आपूर्ति की खराब व्यवस्था को सही करने का निर्देश दिया गया है। इमरजेंसी रूम की साफ—सफाई का विशेष ध्यान रखने के कड़े निर्देश दिये गये हैं। इसके बाद डॉक्टरों की मीटिंग की गयी। सीएस ने बताया कि अस्पताल में चार स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ हैं। इसके बावजूद सीजेरियन आॅपरेशन का औसत काफी कम है। इसे देखते हुए प्रतिदिन एक सिजेरियन अस्पताल में करने का निर्देश दिया गया। डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों को कहा गया है कि किसी भी हालत में गर्भवती सिजेरियन के लिए अन्य स्वास्थ्य संस्थान रेफर नहीं किया जाये । सिजेरियन के मामले रेफर करने की जानकारी मिलने पर उन चिकित्सकों पर कार्रवाई होगी। अनुमंडलीय अस्पताल में अल्ट्रासांउड मशीन लगा हुआ है। यहां डॉक्टरों की मौजूदगी के बावजूद अल्ट्रासांउड का काम नहीं किया जा रहा है। चिकित्सक अल्ट्रासांउड का काम करने की जानकारी रखें। अल्ट्रासाउड का काम नहीं करने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी। अल्ट्रासाउंड और सिजेरियन के मामले रेफर नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखें। अस्पताल तथा शौचालय की अच्छी साफ—सफाई रखने का भी निर्देश दिया गया। पुराने डिलेवरी रूम को नये डिलेवरी रूम में जल्द शिफ्ट करें। यहां सभी प्रकार के उपकरण मौजूद हों, यह सुनिश्चित करें। आॅपरेशन थियेटर में सही लाइटिंंग की व्यवस्था का निर्देश दिया।
अस्पताल आये मरीजों का लिया हालचाल
सिविल सर्जन ने अस्पताल में हार्निया की सर्जरी तथा अन्य मरीजों से मुलाकात कर उनका स्वास्थ्य के बारे में जाना। इसके बाद बीएचएम अभय कुमार सिन्हा के साथ लखीबाग स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भी निरीक्षण किया। यहां की व्यवस्था देखकर प्रशंसा जाहिर करते हुए कहा कि सेंट्रल रिव्यू टीम इस एचडब्ल्यूसी को विजिट करेगी। इसका रंगरोगन करायें और नियमित रूप से वेलनेस एक्टिवटी करायें।

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