Tuesday, March 25, 2025
HomeUncategorizedवज़ीरगंज में बहनों ने धूमधाम से  मनाया भाई दूज का पर्व

वज़ीरगंज में बहनों ने धूमधाम से  मनाया भाई दूज का पर्व

बहनो ने की भाई की लंबी उम्र की कामना

वज़ीरगंज।भाई के लंबी उम्र की कामना हर बहनों के मन व दिलों में सदियों से रही है। भाई के लंबी आयु की कामना का पर्व भाई दूज रविवार को प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में बहनों ने पूरे विधि-विधान व धार्मिक अनुष्ठान के साथ मनाया। भाई बहन के अटूट प्रेम को सूत्र में पिरोते इस त्योहार को जितना उत्साह बहनों में दिखा उतने ही भाई भी उत्साहित दिखे। भाइयों ने भी अपनी बहनों को स्नेह स्वरूप उपहार दिए। व्रत के एक दिन पूर्व बाजार में महिलाओं और युवतियों ने जमकर खरीदारी की। भैया दूज के मौके पर बड़ी संख्या में बहनें अपने भाइयों के घर पहुंची। उन्होंने जजघर में भगवान धर्मराज को तिलक लगाकर उन्हें अनाज चढ़ाया। मंदिरों में इस मौके पर सुबह से ही पूजा-अर्चना के लिए तांता लगा रहा। रविवार को अहले सुबह से भैया दूज की तैयारी शुरू हो गई थी। पर्व को लेकर बहनें सामाग्री जुटाने में व्यस्त रही तो वहीं भाई पूरी तैयारी में जुटे रहे। शुभ समय के साथ बहनें अपने घर के आंगन में पर्व की सामग्री के साथ बैठी और पूजा में जुट गई। इस दौरान बहनों ने सर्वप्रथम हलजुआत से चनाए गड़ी व रंगीली कांटा को कूटा, तत्पश्चात बहनों ने हलजुआत से चना-गड़ी का प्रसाद तैयार कर भाइयों को खिलाया, और भाई के लंबी आयु के लिए रंगीली कांटा अपने-अपने जीभ में चुभाया। इस दौरान पर्व से जुड़े पारंपरिक गीत भी बहनों की ओर से गाए जा रहे थे। दो घंटे के पूजा के क्रम में महिलाओं व युवतियों ने पारंपरिक गीत के बीच भाइयों के लिए भईया दूज का पर्व मनाकर पूजा के दौरान रूई से बनाई हुई माला को भाइयों के हाथों व गला में पहनाया। मान्यता है कि यह रूई की माला भाइयों के हाथों में पहनाने से हर भाई की उम्र लंबी होती है, जो बहनाें ने पूरे विधि-विधान के साथ संपन्न किया। इस दौरान यम-यमिनी की भी पूजा की गई। लड़कियों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने इस पर्व में शिरकत की। वज़ीरगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित पैरु साव शिव मंदिर के अलावे  विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भैया दूज पर्व धूमधाम से मनाई गई। जहां बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु की कामना की तो भाइयों ने भी उनकी सुरक्षा करने का संकल्प लेते हुए उपहार भेंट किया।

इस पर्व की ये है मान्यता : भाई दूज के रूप में मनाए जाने वाले त्योहार के लिए ऐसा माना जाता है कि दीपावली के बाद भाई दूज के दिन ही यमराज ने अपने बहन यमी के घर का रुख किया था। जहां पर यमराज की बहन यमी ने उनके माथे पर तिलक लगाकर उनकी सलामती के लिए दुआ मांगी थी। मान्यता है कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन से माथे पर तिलक लगाता है, वह कभी भी नर्क में नहीं जाता है। एक अन्य दंत कथा के अनुसार भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध करने के बाद अपनी बहन सुभद्रा के घर का रुख किया था। जहां पर कृष्ण की बहन सुभद्रा ने दिए जलाकर भाई का स्वागत किया था और तिलक लगाकर उसकी लंबी उम्र की दुआ मांगी थी। वर्तमान में भी यह प्रथा चली आ रही है। ऐसा माना जाता है कि दीपावली का पर्व इस त्योहार के बिना अधूरा है।

RELATED ARTICLES

Most Popular