वज़ीरगंज।सदियों से चली आ रही रुढ़ीवादी परंपरा से हटकर महिलाओं ने अर्थी को कंधा दी। वज़ीरगंज के दखिनगाँव में यह बदलाव देखने को मिला। अर्जक संघ के युवा नेता सह शिक्षक सदन कुमार वर्मा के 80 वर्षीय पिता व्रह्मदेव प्रसाद का निधन सोमवार की रात्रि दखिनगांव स्थित आवास पर हो गया। मूलरूप से वज़ीरगंज प्रखंड के दखिनगांव निवासी व्रह्मदेव प्रसाद के निधन के बाद जब शव यात्रा निकली तो अर्थी को पुरुषों के साथ औरतों ने भी कंधा दिया। उनकी पुत्री रंजू ,आरती, भतीजी पूनम, प्रतिभा बहु अदिति, रंजना के अलावा बड़ी संख्या में महिलाओं ने अर्थी को कंधा दी साथ ही अंतिम संस्कार में शामिल होने श्मशान घाट तक पहुंची। शव यात्रा में अर्जक संघ के सांस्कृतिक समिति के पूर्व अध्यक्ष उपेंद्र पथिक सहित अर्जक नेता चंद्रभूषण प्रसाद, ईश्वर दयाल मौर्य, श्यामकिशोर प्रसाद, रामबली प्रसाद राजनन्दन प्रसाद, रजनीकांत रवि, नागमणि प्रसाद आदि शामिल थे। उपेंद्र पथिक ने बताया कि महिला और पुरुष के बीच का भेदभाव को मिटाने, नारियों को आगे बढ़ाने, नुकसान देने वाली ब्राह्मणवादी व्यवस्था की जगह मानववादी व्यवस्था स्थापित करने के उद्देश्य से ही अर्जक संघ द्वारा महिलाओं द्वारा अर्थी को कंधा देने की परंपरा शुरू की गई है।