Friday, May 23, 2025
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सशक्त स्थायी समिति के सदस्य पद से वार्ड नं 20 के पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने दिया इस्तीफा

गया नगर निगम के वार्ड नं 20 के पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने बुधवार को  सशक्त स्थायी समिति के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। अपना इस्तीफा इन्होंने नगर निगम के महापौर को सौंपा।
गया नगर निगम बोर्ड की बैठक बुधवार को शुरू होते ही पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने अपना इस्तीफा दे दिया। पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने महापौर को सौंपे गए इस्तीफा में कहा है कि 30 जनवरी 2023 को उन्हें बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग के उपसचिव सुशील कुमार सिन्हा के द्वारा सशक्त स्थायी समिति के सदस्य के रूप में शपथ दिलाई गई थी। उन्होंने बताया है कि बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 के 27(ख) के अनुसार अपना त्यागपत्र सशक्त स्थायी समिति के सदस्य से दे रहा हूं। उन्होंने कहा है कि सशक्त स्थायी समिति के सदस्य के रूप में नामित होने के दो वर्षों के अंदर सशक्त स्थायी समिति के किसी सदस्य को नहीं हटाया जाएगा। पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने बताया है कि दिनांक 30 जनवरी 2023 से दिनांक 30.01.2025 को पूरे दो साल होने को है। इस कारण वे सशक्त स्थायी समिति के सदस्य से स्वयं त्यागपत्र दे रहा हूं।
पार्षद श्री कुमार ने महापौर से इस्तीफा को स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया है।
पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने सशक्त स्थायी समिति के सदस्य पद से इस्तीफा दिए जाने से संबंधित जानकारी नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव, उपमहापौर चिंता देवी, नगर आयुक्त कुमार अनुराग एवं सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों एवं वार्ड पार्षदों को भी दे दिया है।
इसके बाद बैठक की कार्यवाही शुरू हुई। बैठक में महापौर बीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, नगर आयुक्त कुमार अनुराग सहित सशक्त स्थायी समिति के सदस्य एवं वार्ड पार्षद मौजूद थे।
अपने इस्तीफा सौंपे जाने के बाद वार्ड पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि सशक्त स्थायी समिति के सदस्य के पद रहते हुए दो सालों में उन्होंने कई ऐसे कार्य किए जो उनके कार्यालय की उपलब्धि रही है। वही कुछ और कारण भी हैं। जिसमें मुख्य रूप से एसीपी का नाजायज ढंग से लेने की प्रक्रिया पर रोक लगाने का काम किया। बगैर अनुमति के कर्मचारियों के प्रोनत्ति पर रोक लगाने में कामयाब रहे। आगे उन्होंने बताया कि चाहे जीआरडीए के कर्मचारियों के एडवांस का मामला हो या पेंशन का। उस पर नियंत्रण रखा। श्री कुमार ने आगे बताया है कि सेवानिवृत्त अभियंता शैलेन्द्र कुमार सिन्हा के पुनः संविदा पर निगम में सेवा में लिए जाने पर रोक लगाने, टैक्स से संबंधित मामला सरकार तक पहुंचाने जैसे कई मामले हैं।
उन्होंने बताया कि पूर्व नगर आयुक्त भाप्रसे के अधिकारी अभिलाषा शर्मा प्रकरण भी उनके इस्तीफे दिए जाने की वजह है। वार्ड पार्षद धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि उन्होंने निगम के हितों की रक्षा करने के साथ अपने क्षेत्र की समस्याओं के निदान के लिए हमेशा आवाज उठाते हुए आए हैं और इसके लिए आगे भी अपनी आवाज सदन के माध्यम से उठाते रहेंगे।

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