आमस।इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक शाबान महीने की 15वीं तारीख को मनाई जाने वाली शब-ए-बारात को लेकर शेरघाटी शहर में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस मौके पर मस्जिदों और कब्रिस्तानों में विशेष तैयारियां की गई हैं। हमजापुर निवासी मुफ़्ती एमन बारी ने कहा की मुस्लिम समुदाय के लोग पूरी रात जागकर इबादत करेंगे और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगेंगे।
शहर की प्रमुख मस्जिदों, जैसे जामा मस्जिद, बड़ी दरगाह मस्जिद, हजरत कमर अली सुल्तान मजार, हजरत मासूम शाह बाबा मजार और अन्य इबादतगाहो पर विशेष रूप से लोग अपने पूर्वजो के लिए दुआ करते हैं. स्थानीय उलेमा ने बताया कि इस रात को रहमत और बरकत की रात माना जाता है, जिसमें अल्लाह अपने बंदों की दुआएं कुबूल करता है लोग अपने दिवंगत परिजनों की कब्र पर जाकर उनके लिए मग़फिरत की दुआएं करते हैं
इसके अलावा, गरीबों और जरूरतमंदों को खाना खिलाने और दान करने की परंपरा भी निभाई जाती है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे शांतिपूर्वक इबादत करें और धार्मिक सौहार्द बनाए रखें।