शेरघाटी प्रखंड कार्यालय में गुरुवार को ढाबचिडईयाँ पंचायत के मुखिया सुधीर कुमार ने जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंचायत में जॉब कार्ड बनाने के लिए एक शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें लगभग 350 लोगों ने आवेदन दिया था। बावजूद इसके, केवल 30 लोगों को ही जॉब कार्ड जारी किया गया।
मुखिया सुधीर कुमार ने आरोप लगाया कि मनरेगा के कर्मचारी जॉब कार्ड बनवाने के नाम पर प्रत्येक आवेदक से 300 से 400 रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं। इस वजह से गरीब और जरूरतमंद मजदूरों को जॉब कार्ड नहीं मिल पा रहा है, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि यह समस्या सिर्फ उनके पंचायत तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य पंचायतों में भी ऐसी शिकायतें मिल रही हैं। लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
मुखिया ने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है, ताकि दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सके और गरीब मजदूरों को उनका हक मिल सके। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर इस मामले में जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो ग्रामीण विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
इस मामले पर जब संबंधित अधिकारियों से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने किसी भी प्रकार की अनियमितता से इनकार किया और कहा कि जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ हो रही है। हालांकि, बढ़ते विरोध और शिकायतों के बीच प्रशासन पर इस मामले की जांच का दबाव बढ़ता जा रहा है।