बेलागंज।दो दिवसीय कोटेश्वर धाम महाशिवरात्रि महोत्सव का दूसरा दिन कलाकारों के नाम रहा। गुरूवार को बेलागंज के प्राचीन कोटेश्वर नाथ धाम में आयोजित दो दिवसीय कोटेश्वर धाम महाशिवरात्रि महोत्सव के दूसरे भजन सम्राट भरत शर्मा व्यास सहित अन्य लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक शिव भक्ति गीतों और लोक संगीत से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्मदेव पासवान के लोक गायन से हुआ। उसके उपरांत गुप्तेश्वर प्रसाद वर्मा, सुलेखा रमैया और अंचला कुमारी के लोक गीतों की प्रस्तुति हुई। उसके उपरांत सुरधारा संगीत महाविद्यालय गया की टीम के द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति हुई। उसके बाद मंच पर आए लोक गायक सतेंद्र कुमार संगीत के द्वारा बिहार गीत से अपने संगीत से शुभारंभ किया और ना हाथी ना घोड़ा ना कउनो सवारी, पैदल हीं आयेव हैं अयेबो तोहर दुआरी ये भोला बाबा, बोल बम के नारा बा बाबा एक सहारा बा जैसे आधा दर्जन से अधिक शिव भक्ति गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उसके बाद महोत्सव के उद्घोषक सुधीर कुमार पांडेय ने नामचीन कलाकार भजन सम्राट भरत शर्मा व्यास को मंच पर आमंत्रित किया। भरत शर्मा व्यास के मंच पर आते हीं दर्शन दीर्घा में खलबली मच गई। मंच पर आते हीं भरत शर्मा अपने चर्चित धोबत धोबत तोहरी मंदिरवा हथबा पिरायल हे अहे तबो नहीं काहे मईया दया तोहारा आएल हे, वर बौरहबा देखली गौरा के घरबा डरबा लागे माई हे सहित एक से बढ़कर एक निर्गुण और देवी भक्ति, शिवभक्ति सहित विभिन्न गीत संगीतों की प्रस्तुति दी। भरत शर्मा के प्रतुति के दौरान दर्शक दीर्घा तालियों की गड़गड़ा से गूंजती रही। देर शाम अपर समाहर्ता विशेष अनुग्रह नारायण सिंह के द्वारा महोत्सव की समाप्ति की घोषणा की गई। वहीं मौके पर उपस्थित पूर्व लोकायुक्त न्यायमूर्ति श्याम किशोर शर्मा के द्वारा भरत शर्मा व्यास सहित सभी कलाकारों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। मौके पर मंदिर न्यास बोर्ड के अध्यक्ष झलकदेव शर्मा, सचिव योगेंद्र शर्मा, बीडीओ राघवेंद्र कुमार शर्मा, अंचलाधिकारी गजानन मेहता, मेन थानाध्यक्ष आलोक रंजन, पाईबिगहा थानाध्यक्ष बलिस्टर राम, स्थानीय मुखिया मनोज शर्मा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।