मंच संचालन कॉलेज मंत्री मनुं कुमारी ने किया.
गया।एबीवीपी के बिहार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रिया सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में स्त्री शक्ति की बात करते हैं तो सिर्फ संसद में सेवा दे रही महिलाओं की बात होती है। हम समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही उन महिलाओं को भूल जाते हैं जिनकी वजह से भारत ने एक मुकाम हासिल किया है। जब हम घर से बाहर निकल कर सफल हुई महिलाओं के लिए खुश होते हैं, तो हमें उन महिलाओं की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए, जो अपनी मर्जी से घर पर रहना पसंद करती हैं। भारत के विकास में उन महिलाओं का भी अहम योगदान है। समानता का मतलब है कि हर महिला को ये अधिकार मिले कि वो अपना जीवन कैसे जीना चाहती है। वो होममेकर बनना चाहती है या ऑफिस में काम करना चाहती है। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में एक महिला सरपंच का भी उतना ही महत्व है, जितना एक महिला मुख्यमंत्री का है।एबीवीपी ने पूरे देश में महिला शक्ति को आगे करते हुए नेतृत्व देने का कार्य कर रही है आज एबीवीपी का नेतृत्व करने वाली कई महिला देश का नेतृत्व कर रही है.
जीबीएम कॉलेज अध्यक्षा प्रगति मिश्रा ने कहा कि सिर्फ एक ही दिन महिलाओं के सम्मान का कोई औचित्य नहीं है। एक महिला का संघर्ष सिर्फ एक दिन तक ही सीमित नहीं होता। उसे हर दिन नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए महिलाएं हर दिन सम्मान पाने की अधिकारी हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कैंपसों में छात्राओं को अधिकार दिलाने हेतु कार्य कर रही हैं. छात्राओं को उनका समानता का अधिकार मिले इसके लिए निरंतर एबीवीपी काम कर रही हैं.
राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य पशुपतिनाथ उपमन्यु ने कहा कि स्त्री, शक्ति का ही रूप है। पुरुष का संपूर्ण जीवन नारी पर आधारित है। कोई भी पुरुष अगर सफल है, तो उस सफलता का आधार नारी ही है। नई शिक्षा नीति में सरकार का पूरा ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि लड़कियां पीछे ना रहें और उन्हें शिक्षा के समान अवसर प्राप्त हों।
गया महानगर मंत्री ने कहा कि एक समय था जब देश में महिला सशक्तिकरण को सीमित दायरे में देखा जाता था। गाँव की, गरीब परिवारों की महिलाएं इससे दूर थीं। एबीवीपी ने इस भेद को खत्म करने के लिए भी काम कर रही हैं। एबीवीपी महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रही है बात रहे महिला सुरक्षा की, बात रहें महिला सुरक्षा सेल का गठन कराने का या अन्य कई छात्राओं के मुद्दे को लेकर के विद्यार्थी परिषद कार्य कर रही है.
इस मौक़े पर प्रगति मिश्रा, मन्नू कुमारी, वंशिका,कशिश,प्रतिज्ञा,श्रेया,प्रियांशु,स्वीटी,अनु,अवनि आदि मौजूद थे.