केंद्र में भाजपा सरकार के बने रहने का डर देखिए कि नीतीश कुमार ने पहले बिहार के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का मुरेठा खुलवाया, इसके बाद अपने हिसाब से संगठनात्मक फेर-बदल भी करवाए*
पटना।जन सुराज पदयात्रा के शिल्पकार प्रशांत किशोर ने विशेष राज्य के दर्जे के ऊपर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि नीतीश कुमार 15 साल भाजपा के साथ रहे हैं। भाजपा पिछले 10 साल से केंद्र में है। नीतीश और भाजपा के द्वारा बिहार को सुधारने के लिए यह पहला मौका नहीं है। आज ऐसा मौका आया है कि बिहार के सांसद के भरोसे केंद्र में भाजपा की सरकार का चल पाना मुश्किल हो गया है। आज लोग स्पेशल स्टेटस की बात कर रहे हैं, मैंने 10 हजार युवाओं के बीच कहा कि नीतीश को सिर्फ अपनी चिंता है। नीतीश कुमार ने भाजपा से मंत्रालय मांगा, अपने लिए 5 साल मुख्यमंत्री की कुर्सी मांगी। नीतीश कुमार बिहार भाजपा के संगठन में जो फेर-बदल करवाना चाहते थे उसे करवा दिया। नीतीश कुमार सम्राट चौधरी का मुरेठा खुलवाना चाहते थे उसे खुलवा दिया। इन सभी मुद्दों को अगर आप देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि नीतीश कुमार को इस तरीके से जुड़े हर काम को कराने की समझ है, लेकिन उसी नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से यह नहीं कहा कि बिहार में बंद पड़े चीनी मिल को खुलवा दीजिए। नीतीश कुमार को कहना चाहिए था कि बिहार के हर जिलों में फैक्ट्री लगेंगे तभी हम आपको समर्थन देंगे, मगर नीतीश कुमार ने ऐसा नहीं किया।