गया।मंगलवार को गया पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय नंबर-1, गया के लिए स्वर्णिम दिन रहा। इस दिन विद्यालय के पूर्व छात्र सर्वानंद एवं ‘अटल टिंकरिंग लैब’ के सदस्य छात्रों ने मिलकर एफ-22 रैप्टर विमान केवल तैयार ही नहीं किया बल्कि इसका सफल प्रयोग करके भी शिक्षक एवं छात्रों को दिखाया।
*छात्रों ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया*
ऐसा कर विद्यालय के छात्रों ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जो केंद्रीय विद्यालय संगठन के लिए प्रतिष्ठा का विषय है। इसके निर्माण के बाद इसका प्रदर्शन विद्यालय के सभी छात्रों के समक्ष प्रार्थना सभा में प्रस्तुत किया गया। जिस वक्त यह विमान(मॉडल) विद्यालय के प्रांगण की धरा को छोड़ते हुए आकाश की ओर उड़ने लगा तो सभी की निगाहें ऊपर की ओर थी।
*प्रदर्शन ने सभी को रोमांचित कर दिया*
इस प्रदर्शन ने सभी को रोमांचित कर दिया था। विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार गुप्ता सहित सभी शिक्षकों ने छात्रों के इस प्रयास की सराहना की एवं इसे विद्यालय छात्रों के लिए प्रेरणादायक बताया। इस कार्यक्रम का आयोजन ‘अटल टिंकरिंग लैब’ के प्रभारी भौतिकी विभाग के डॉ. पंकज सिन्हा के मार्गदर्शन में हुआ।
*आइए जानते हैं एफ-22 प्लेन क्या है*
एफ-22, कई मायनों में अब तक का सबसे उन्नत लड़ाकू जेट है, जिसका उत्पादन 2011 में समाप्त हो गया। जबकि एफ-22 सेवा में है। 186 ऑपरेशनल एयरफ्रेम अमेरिकी वायु सेना के साथ उड़ान भर रहे हैं। कोई नया एफ-22 नहीं बनाया जाएगा, जिसका अर्थ है कि हमारे पास जो है, वही है।