गयाजी।मगध की ऐतिहासिक धरती, जो ज्ञान, तप और संस्कृति की पावन प्रतीक रही है, एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रही है। गया के शिक्षा प्रेमियों और विधि क्षेत्र के छात्रों के लिए अत्यंत गर्व का विषय है कि “अनीश पंकज मेमोरियल विधि कॉलेज” का शुभारंभ अब हो चुका है। यह संस्थान न केवल विधि शिक्षा का केंद्र बनेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को न्याय, नैतिकता और संविधान की भावना से जोड़ने का माध्यम भी बनेगा।
भव्य आयोजन के साथ हुआ उद्घाटन समारोह
इस विधि महाविद्यालय के उद्घाटन समारोह का आयोजन प्रसिद्ध रिसॉर्ट में किया गया, जहाँ बिहार के न्यायिक क्षेत्र एवं शिक्षा जगत की कई जानी-मानी हस्तियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम का शुभारंभ दिवंगत अनीश पंकज जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। विद्या की देवी मां सरस्वती की वंदना के साथ विधिवत पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का आध्यात्मिक रूप से आरंभ किया गया।
दीपोत्सव में गया जिला सत्र न्यायाधीश श्री मदन किशोर कौशिक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपर जिला सत्र न्यायाधीश प्रथम नलिनी पांडे एवं डीएलएसए के सचिव अरविंद कुमार दास जी मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एस पी शाही डॉ सत्येंद्र प्रजापति जी प्रिंसिपल जे जे कॉलेज गया बार कौंसिल ऑफ़ बिहार के सदस्य मुरारी कुमार हिमांशु अधिवक्ता उनके साथ अनेक न्यायिक अधिकारी, वरिष्ठ अधिवक्ता, शिक्षाविद्, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्थानीय गणमान्य नागरिक मंच की शोभा बढ़ा रहे थे। सभी अतिथियों ने मिलकर दीप जलाया और विधिक शिक्षा के इस नव प्रयास को शुभकामनाएं दीं।
सम्मान समारोह में भावुक क्षण
उद्घाटन अवसर पर महाविद्यालय परिवार के द्वारा सभी विशिष्ट अतिथियों का शॉल, पौधाएवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर भव्य स्वागत एवं सम्मान किया गया। मंच पर उपस्थित प्रत्येक वक्ता ने संस्थान के उद्देश्यों एवं भावी योजना पर प्रकाश डाला और इसके माध्यम से गया जिले में विधि शिक्षा की दिशा में नए युग की शुरुआत बताई। कार्यक्रम का अध्यक्षता मगध विश्वविद्यालय केडीन डॉक्टर डीएन मिश्रा जी के द्वारा किया गया तथा संचालन सपना राजमणि एवं नेहा कुमारी के द्वारा किया गया
प्रेरक संबोधन और शुभकामनाएं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला सत्र न्यायाधीश श्री मदन किशोर कौशिक ने कहा, “गया की धरती हमेशा से शिक्षा और अध्यात्म का केंद्र रही है। यहाँ का नया विधि महाविद्यालय निश्चित रूप से न केवल गया, बल्कि पूरे मगध क्षेत्र के छात्रों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता की विधिक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।” मगध विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी शाहीं
उन्होंने यह भी कहा कि विधि शिक्षा सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि यह एक सामाजिक दायित्व है। एक वकील, जज या कानूनविद् समाज का मार्गदर्शक होता है, इसलिए शिक्षा का यह केंद्र छात्रों में संवैधानिक मूल्यों, न्याय की भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व का भी बोध कराएगा।
स्थानीय लोगों में उत्साह
इस अवसर पर कॉलेज प्रशासन के सदस्यों ने कॉलेज की स्थापना से जुड़ी प्रेरणादायक कथा भी साझा की। अनीश पंकज की स्मृति में स्थापित यह महाविद्यालय, उनके द्वारा दिखाए गए सेवा, संघर्ष और न्याय के मूल्यों को जीवित रखने का प्रयास है। उपस्थित लोगों की आँखें उस समय नम हो गईं जब अनीश पंकज जी के परिजनों ने मंच से अपने विचार साझा किए।
भविष्य की योजनाएं
कॉलेज के सचिव श्रीमती प्रियंकाने बताया कि महाविद्यालय मैं बतलाया कि विधि की परंपरागत शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक तकनीक आधारित क्लासरूम, ई-लाइब्रेरी, मूट कोर्ट प्रतियोगिताएं, केस स्टडी सेमिनार, ज्यूडिशियल इंटर्नशिप और न्यायिक सेवाओं के लिए विशेष कोचिंग भी दी जाएगी। छात्रों को न्यायिक सेवा (जैसे JPSC, BPSC-J) और लॉ प्रवेश परीक्षाओं (CLAT, AILET) की तैयारी के लिए सशक्त मंच मिलेगा।
विधि शिक्षा में नई क्रांति की शुरुआत
डीएसएलए के सचिव अरविंद कुमार दास जी गया जैसे क्षेत्र में विधि महाविद्यालय की स्थापना एक ऐतिहासिक कदम है, जो छात्रों को बाहर बड़े शहरों में जाकर पढ़ने के खर्च से मुक्ति दिलाएगा और स्थानीय प्रतिभाओं को उचित मार्गदर्शन प्रदान करेगा। यह कॉलेज केवल डिग्री देने का स्थान नहीं बल्कि विचारों की प्रयोगशाला, न्याय की पाठशाला और लोकतंत्र के प्रहरी गढ़ने का केंद्र बनेगा।
समापन
कार्यक्रम का समापन डॉ डीएन मिश्रा जी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। महाविद्यालय के प्रबंध निदेशक, प्राचार्य एवं शिक्षकगणों ने इस आयोजन को सफल बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया। गया वासियों ने इस विधि महाविद्यालय को जिले के लिए वरदान बताया और उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में यह संस्थान न केवल राज्य, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाएगा।
, अनीश पंकज मेमोरियल विधि कॉलेज का शुभारंभ गया जिले के लिए न केवल शिक्षा क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक और न्यायिक दृष्टिकोण से भी मील का पत्थर साबित होगा। यह कॉलेज आने वाली पीढ़ी को कानून की गहराइयों से जोड़ते हुए एक जिम्मेदार नागरिक बनाने का काम करेगा। आज के कार्यक्रम में लोक अभियोजक सरताज अली खान गया बार अध्यक्ष कैसर सरफुद्दीन गया बार सचिव रवींद्र प्रसाद अधिवक्ता सुनील कुमार सिन्हा सुशील कुमार सिंह सीनेट मेंबर क्षितिज मोहन सिंह श्रीमती कलादेवी मनीष पंकज मिश्रा राणा रणजीत सिंह राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता संतोष ठाकुर गोपाल प्रसाद यादव सुबोध कुमार सिंह अजय कुमार सिंह सुमन सिंह अजीत कुमार सिंह एस राजेश आनंद अधिवक्ता अरविंद कुमार रविकांत नागेंद्र प्रसाद शर्मा निखत परवीन एजाज कवरिया नोटरी ऑफिसर विजय अमरेश धन्यवाद विद्यालय के प्राचार्य अवधेश कुमार सिंह के द्वारा किया गया