कोंच (गयाजी): कोंच प्रखंड के केर पंचायत अंतर्गत दौलतपुर गांव में मंगलवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब केर गांव निवासी देवी लाल दास (55 वर्ष) बिजली के ऊँचे टॉवर पर चढ़ गए। सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 2:45 बजे तक वे टॉवर पर ही डटे रहे और नीचे उतरने से इंकार करते रहे।
मौके पर कोंच थाना पुलिस, बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, और कोंच अंचलाधिकारी मुकेश कुमार स्वयं मौजूद थे। कई बार समझाने के बावजूद देवी लाल दास नीचे आने को तैयार नहीं हुए। जब बिजली विभाग के कर्मचारी पास पहुंचे, तो वे बिजली टॉवर के तारों के बीच करीब तेरह फुट आगे बढ़ गए और कहा —
> “अगर तुम आओगे, तो मैं तुम्हें लेकर कूद जाऊंगा।”
ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई थी। प्रशासन लगातार उन्हें शांत करने और सुरक्षित नीचे उतारने की कोशिश में जुटा रहा। बताया जाता है कि देवी लाल दास के पुत्र अन्य प्रदेश में रहकर जीविकोपार्जन करते हैं। कुछ दिन पहले वे अपनी मां को साथ लेकर चले गए थे, जिससे देवी लाल दास अकेले रह गए। इसी कारण वे मानसिक रूप से परेशान बताए जा रहे थे।
अंततः दोपहर 2:45 बजे बड़ा हादसा हो गया — देवी लाल दास अचानक टॉवर से नीचे गिर पड़े और पास के धान के खेत में जा गिरे।
कहावत चरितार्थ हो गई —
> “जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय; बाल ना बांका कर सके जो जग बैरन होय।”
खेत में पानी भरा होने के कारण वे बाल-बाल बच गए, हालांकि गंभीर रूप से घायल हो गए। जैसे ही वे गिरे, मौके पर मौजूद केर पंचायत के मुखिया शशि कुमार, उपमुखिया संजय कुमार, वार्ड सचिव धनंजय कुमार, पंकज यादव और पप्पू दास ने तुरंत उन्हें उठाया और आनन-फानन में टीकारी अनुमंडल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहाँ उनकी देखभाल की गई।
डॉक्टरों के अनुसार, देवी लाल दास खतरे से बाहर हैं।
घटना में प्रशासन की लापरवाही भी उजागर हुई, क्योंकि पुलिस और अधिकारी मौके पर मौजूद होने के बावजूद एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं थी।
ग्रामीणों ने समझदारी दिखाते हुए एक पिकअप वाहन में घायल को डालकर अस्पताल पहुंचाया।