मड़रा रहल हे देश में आतंक के बादल…..
वजीरगंज।हिन्दी-मगही साहित्यिक मंच की मासिक बैठक रविवार को किड्स केयर प्ले स्कूल के प्रांगण में आयोजित की गई जिसमें सदस्यों ने नये युग, देश भक्ति और मगध एवं अपनी जन्मभूमि से जुड़ी रचनाओं को पढ़ा, जिसपर खूब तालियां बजी। मंच संरक्षक बच्चू शर्मा ने रचना सुनाते हुए कहा कि हमरा है इ बात के गौरव कि हम ही मगध के वासी ……… पापा ने तो पिपुल डे पर मोबाईल मंगवाया था, ऑनलाईन हो गई पढ़ाई किस्तों पर दिलवाया था ………। सदस्य आनंद मिलिंद ने उगल भुरूकवा भेल न भोर, तु कि करब बरदास कर …… मंच संरक्षक शम्भुशरण शर्मा ने मड़रा रहल हे देश में आतंक के बादल, होश में आ ज निंद में ह की मातल …। मंच सदस्य रामचन्द्र दास ने ग्यारह बजे लेट न तीन के बाद भेंट नै, बन गेल संस्कृति हे ……. आदि रचनाओं को सुनाया। मंच सरक्षक कृष्णचंद्र चौधरी ने कहा कि आगामी 8 दिसम्बर को मगह के शान स्व0 जयराम बाबु की जयंती मनायी जाएगी तथा माह के अंत में 28 दिसंबर को मंच का वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। बैठक के अंत में मंच सदस्यों ने आधुनिक युग के साहित्यकार, कवि एवं संपादक गोवर्धन प्रसाद सहाय की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांली दी। बैठक को संजीत बख्थरीया, सुरेन्द्र प्रसाद, राजेश कुमार, अखिलेश सिंह, मंच अध्यक्ष पंकज कुमार संजय एवं उपाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव सहीत अन्य सदस्य उपस्थित थे।
