नगर निगम में होल्डिंग टैक्स में वन टाइम सेटलमेंट योजना से हुई दो करोड़ की राजस्व की वसूली, सरकार की योजना का लाभ लेते हुए कई बड़े बकाएदारों ने भी भरी सेटेलमेंट टैक्स
गयाजी। नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त कुमार अनुराग की अध्यक्षता में बुधवार को राजस्व से संबंधित एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न कर मदों से होने वाली वसूली, बकाएदारों पर की गई कार्रवाई, सरकार द्वारा जारी विशेष योजनाओं का प्रभाव और आगामी महीनों में राजस्व लक्ष्य को पूरा करने की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। समीक्षा में राजस्व शाखा द्वारा कुल लक्षित भवनों के विरुद्ध अब तक 60 प्रतिशत भवनों से राजस्व की वसूली हुई है। नगर आयुक्त ने संबंधित सभी राजस्व कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कर वसूली में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हर वार्ड में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य किया जाए।
बैठक के दौरान यह जानकारी सामने आई कि सरकार की वन टाइम सेटलमेंट (OTS) योजना को लेकर गया नगर निगम में विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया था, जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला। इस योजना के तहत निगम को अब तक लगभग दो करोड़ रुपये की वसूली हुई है। नगर आयुक्त ने बताया कि कई वर्षों से बकाया टैक्स नहीं जमा करने वाले कई बड़े करदाताओं द्वारा अब तक 5872 होल्डिंग का OTS योजना का लाभ उठाते हुए अपने बकाया का भुगतान किया है। इससे न केवल निगम का राजस्व बढ़ा है, बल्कि भविष्य में नियमित कर भुगतान की आशा भी प्रबल हुई है। वहीं मानपुर स्थित एक बड़े बकाएदार दया इंजीनियरिंग वर्क्स ने सरकार की योजना वन टाइम सेटलमेंट (OTS) योजना के तहत लाभ लेते हुए बकाए सम्पति कर का केवल मूल जमा करने पर पूर्व का जुर्माना व ब्याज माफ की गई, इसके तहत वन टाइम सेटेलमेंट करते हुए उन्होंने 28 लाख की कर अदा कर सेटेलमेंट किया है। उनके द्वारा इस योजना के तहत लगभग 29 लाख की बचत की गई। इसी प्रकार कई अन्य बड़े बकाएदारों ने भी सरकार की योजना का लाभ लेकर कर अदा कर रहे है। OTS योजना का लाभ दिनांक 31.03.2026 तक लिया जा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि शहर में स्वच्छता, सड़क निर्माण, रोशनी व्यवस्था और पेयजल आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं के सुधार में राजस्व की बढ़ोतरी महत्वपूर्ण होती है। इसलिए निगम की प्राथमिकता है कि हर करदाता तक पहुंच बनाई जाए और उन्हें समय पर टैक्स जमा करने के लिए प्रेरित किया जाए। नगर आयुक्त ने सभी राजस्व निरीक्षकों और कर्मियों को निर्देश दिया कि हर वार्ड में लंबित मामलों की सूची तैयार कर अभियान चलाया जाए, ताकि आगामी तिमाही में और अधिक वसूली सुनिश्चित हो सके।
बैठक में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि राजस्व वृद्धि से निगम की विकास योजनाओं को गति मिलेगी और कई stalled प्रोजेक्ट्स को भी आगे बढ़ाया जा सकेगा। नगर आयुक्त ने बैठक के अंत में कहा कि करदाताओं के सहयोग और निगम की सक्रियता से गया नगर निगम ने एक सकारात्मक दिशा में कदम बढ़ाया है, जिसे आगे भी इसी गति से जारी रखने की आवश्यकता है।
समीक्षा बैठक में उप नगर आयुक्त, टाउन प्लानर, राजस्व पदाधिकारी, स्पेरो कम्पनी के कर्मी सहित अन्य मौजूद रहे।
