गयाजी।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में मंगलवार (15 जुलाई, 2025) को नए छात्रों के लिए आयोजित दीक्षारम्भ ओरिएंटेशन कार्यक्रम के साथ नए अकादमिक सत्र 2025-26 की शुरुआत हो गई | कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में यूजीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट भवन, मालवीय भवन एवं चाणक्य भवन में स्थित विभिन्न विभागों द्वारा दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया | उत्साह से भरे मन और आँखों में उज्जवल भविष्य का सपना लिए सोमवार को 28 पोस्टग्रेजुएट (पीजी) पाठय्रकमों में दाखिला लेने वाले नए छात्र – छात्राएं बड़ी संख्या में सीयूएसबी परिसर में उपस्थित हुए | कुलपति महोदय ने कहा कि सीयूएसबी का ध्यय ‘कैंपस फॉर कम्युनिटी’ है जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के पठन – पाठन के साथ-साथ आसपास के गांवों के निवासियों में भी विश्वविद्यालय में हो रहे गुणवत्तपूर्ण शिक्षा एवं शोध को जन -जन तक पहुचांया जाए |
जन संपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि नए सत्र के पहले दिन नए विद्यार्थियों को विवि के विभिन्न आयामों एवं संसाधनों से रूबरू करवाने के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था |ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन विवि के आर्यभट्ट भवन (स्कूल ऑफ साइंस बिल्डिंग), चाणक्य भवन (स्कूल ऑफ सोशल साइंस बिल्डिंग) एवं मालवीय भवन (स्कूल ऑफ एजुकेशन) में संचालित विभागों के अध्यक्षों के मार्गदर्शन में प्राध्यापकों द्वारा आयोजित किया गया | ओरिएंटेशन में इस सत्र में नामांकन प्राप्त करने वाले ज्यादातर छात्र उपस्थित थे और तय कार्यक्रम के अनुसार ओरिएंटेशन की शुरुआत छात्रों का अपने संबंधित विभाग (एडमिशन लेने वाले डिपार्टमेंट) में अटेंडेंस और औपचारिक परिचय से हुई | इसके बाद नए छात्र विवि में दिए जाने वाले की विभिन्न संसाधनों जैसे हॉस्टल, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब आदि से रूबरू हुए | आर्थिक अध्ययन एवं नीति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णन चालिल ने नए छात्रों का स्वागत करते हुए उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं और उसके अनुरूप स्नातकोत्तर कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताया। एसोसिएट प्रोफेसर और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य डॉ. अबोध कुमार ने विश्वविद्यालय के अनुशासन और अन्य नियामक पहलुओं पर चर्चा की। डॉ. आतिश कुमार दाश ने छात्रों के साथ स्नातकोत्तर कार्यक्रम की संरचना और विभिन्न पाठ्यक्रमों जैसे कोर, अनिवार्य इलेक्टिव, ओपन इलेक्टिव, स्वयं आदि का विवरण साझा किया। अन्य संकाय सदस्यों, डॉ. फिरदौस फातिमा रिज़वी, डॉ. रिखिल चिरमंग, डॉ. संजय कुमार और डॉ. आर.के. ओझा ने भी इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित किया |
पीआरओ ने बताया कि ओरिएंटेशन कार्यक्रम के साथ नए छात्रों के साथ पुराने छात्रों के लिए नए अकादमिक सत्र के अंडरग्रेजुएट (स्नातक) और पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) स्तर के सभी विषयों का पठन – पाठन प्रारंभ हो गया | वहीं अभी तक अंडरग्रेजुएट (स्नातक) के 23 पाठ्यक्रमों में नए छात्रों के लिए नामांकन की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है, यूजी पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नए छात्रों के लिए भी दीक्षारम्भ ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा |
