Wednesday, December 10, 2025
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सीयूएसबी में भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित ‘भारत बौद्धिक्स’- पुस्तक श्रृंखला की समीक्षा एवं समविमर्श का आयोजन

गयाजी।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान (वीबीयूएसएस), नई दिल्ली  द्वारा प्रकाशित भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित भारत बौद्धिक्स’-पुस्तक श्रृंखला की समीक्षा एवं समविमर्श का आयोजन किया गया । कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में कुलसचिव प्रो. नरेंद्र कुमार राणा के साथ सीयूएसबी के विभिन्न विभागों के प्राध्यापकगण एवं शोधार्थी छात्र शामिल हुए | अध्यक्षीय भाषण में प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्त्व और उसे अध्ययन, अध्यापन एवं शोध में अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।  कुलपति महोदय ने कहा कि औपनिवेशिक दृष्टि को बदलने के लिए भारतीय ज्ञान परंपरा को सभी विषयों में सम्मिलित और संश्लेषित करने की आवश्यकता है।  उन्होंने शिक्षा की प्रमुख यूनेस्को द्वारा प्रकाशित डेलर रिपोर्ट “ लर्निंग : दी ट्रीजर विदिन” के चार स्तंभों लर्निंग टू नो,  लर्निंग टू डु , लर्निंग टू लिव – टुगेदर और लर्निंग टू बी की गहन चर्चा करते हुए फ्यूचर एजुकेशन के बारे में चर्चा की | इसके साथ-साथ प्रो. सिंह ने प्राचीन- नवीन एवं युगानुकूल शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए ‘देशभक्ति’ एवं ‘राष्ट्रीय विकास’ पर बल देते हुए भारत की बौद्धिक सम्पदा के समप्रसार के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कुलपति महोदय ने कहा कि विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान  द्वारा प्रकाशित भारत बौधिक्स पुस्तक श्रृंखला, भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रचार एवं प्रसार, सांस्कृतिक प्रतिबद्धता एवं जीवन कौशलों के विकास करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों एवं  विकसित भारत @2047  के लक्ष्य को प्राप्त करने में दिग्दर्शक  का कार्य करेगी। 

जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि विद्या भारती उच्च शिक्षण संस्थान, नई दिल्ली द्वारा भारतीय बौधिक्स श्रंखला के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित 03 अनुशासन (विज्ञान, सामजिक विज्ञान एवं मानविकी) पर 21 पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में प्रो. बुधेंद्र सिंह (भौतिकी), प्रो. एस. के. भटमिस्रा (फार्मेसी), प्रो. प्रदीप कुमार दास (लॉ & गवर्नेंस), प्रो. राजेश रंजन (एनवायरनमेंट), प्रो. हरे कृष्णा निगम (गणित), डॉ. विवेक जैन (गणित), डॉ. हेमंत कुमार सिंह (कृषि), डॉ. अभय कुमार (राजनीति शास्त्र), डॉ. सुधांशु कुमार झा (इतिहास), डॉ. आतिश कुमार दास (अर्थशास्त्र), डॉ. प्रज्ञा गुप्ता (शिक्षक-शिक्षा), डॉ. नवीन कुमार सिंह (लाइफ साइंस), डॉ. प्रिय रंजन (समाजशास्त्र), डॉ. जाधव प्रताप सिंह (राजनीति शास्त्र), डॉ. आनंद गुप्ता (इतिहास), डॉ. सुदर्शन बेहरा (मनोविज्ञान), डॉ. रामचंद्र रजक (हिंदी) एवं डॉ तरुण कुमार त्यागी (शिक्षक शिक्षा) ने 21 पुस्तिकाओं की समीक्षा करते हुए अपने विचार लिखित रूप में भी प्रदान किये । कार्यक्रम के औपचारिक उद्घाटन के पश्चात डॉ. तरुण कुमार त्यागी, सहायक प्राध्यापक, शिक्षक शिक्षा विभाग एवं सचिव, वीबीयूएसएस (दक्षिण बिहार प्रान्त) ने कार्यक्रम की विस्तार से भूमिका प्रस्तुत करते हुए संस्थान द्वारा जनवरी माह के अंत में प्रस्तावित भारत बौधिक्स परीक्षा, इसका उद्देश्य, प्रक्रिया एवं प्रोत्साहन हेतु सम्मान एवं पारितोषिक आदि के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का समापन डॉ. सुधांशु कुमार झा (सहायक प्राध्यापक, इतिहास) के धन्यवाद ज्ञापन द्वारा किया गया।

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