गया।खिजरसराय प्रखंड की सरबहदा पंचायत के सफीपुर प्राथमिक विद्यालय में विकास राशि का दुरुपयोग हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय के प्रभारी विकास राशि स्कूल में खर्च करने के बजाय अपने निजी खर्चे में इस्तेमाल कर रही है। विद्यालय में इस्तेमाल के लिए खरीदे गए पंखा को विद्यालय में लगाने की जगह व अपने घर पर इस्तेमाल कर रही है। इस मामले में ग्रामीणों ने डीएम को आवेदन देकर विद्यालय के प्रभारी इंदु कुमारी के खिलाफ विकास राशि दुरुपयोग करने सहित विद्यालय से हटाने की मांग किया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रभारी बच्चों को नहीं पड़ता है विद्यालय में इधर-उधर बैठकर दिन बिता देता है
विद्यालय भवन की स्थिति हो चुकी है जर्जर
विद्यालय भवन की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है ना तो विद्यालय का फर्श ठीक है और ना ही रसोईया रसोईया का हालत ऐसा है की बरसात के दिनों में छत से पानी टपकने लगता है जिसके कारण में ध्यान भोजन प्रभावित हो जाता है विद्यालय के कमरे में भूसा रखा हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है के बीआरसी में कार्यरत रात्रि प्रहरी दीनानाथ के सह पर विद्यालय के प्रभारी मनमानी कर रही है। इस विद्यालय में आज तक शिक्षा पदाधिकारी नहीं पहुंचे हैं। ग्रामीणों ने डीएम से स्कूल में बिजली व्यवस्था बहाल करने और प्रधानाध्यापक को तत्काल हटाने की मांग किया है।
विद्यालय का चहारदीवारी नहीं होने से विद्यालय में घूमता है मवेशी
विद्यालय का चहारदीवारी नहीं होने से गांव के मवेशी विद्यालय में ही घूमते रहते हैं और गंदगी फैलाते है। विद्यालय तक जाने के लिए पक्की सड़क भी नहीं है बरसात के दिनों में शिक्षक तो स्कूल पहुंच जाते हैं लेकिन बच्चे विद्यालय भी नहीं जा पाते हैं।
प्रभार में है नियोजित शिक्षिका
शिक्षा पदाधिकारी और विभाग से कर्मियों से मिलीभगत हो तो प्रभारी बनने में खास मेहनत नहीं करनी पड़ती है।गौरतलब है कि प्राथमिक विद्यालय सफीपुर में जूनियर शिक्षिका ही प्रभार में है।प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के संज्ञान में मामला होने के बावजूद कनीय शिक्षक को प्रभार सौंपा जाना ही जांच का विषय है।ग्रामीणों के मुताबिक प्रभारी प्रधानाध्यापक इंदु कुमारी अभी नियोजित शिक्षक ही है।वही इस विद्यालय में विशिष्ट शिक्षक भी हैं फिर भी उन्हें प्रभार देने के लिए विभाग से कोई पहल नहीं हुई है|
