Saturday, March 15, 2025
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छात्र युवा नेताओं को हिरासत में लेने के खिलाफ भाकपा माले का विरोध मार्च

सवालों से भाग कर दमन का सहारा ले रहे हैं मुख्यमंत्री– भाकपा माले


*रिहाई पर समर्थकों ने माला पहनाकर किया स्वागत*


गया।13 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गया आगमन पर पुलिस द्वारा छात्र युवा नेताओं को हिरासत में लेने के खिलाफ आज भाकपा माले ने विरोध मार्च निकाला। अंबेडकर पार्क से निकला मार्च जीबी रोड होते टावर चौक पहुंचा जहां सभा किया गया। इससे पहले पुलिस हिरासत से छूटने पर समर्थकों ने माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया।

आइसा गया प्रभारी और इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर और आइसा नेता मो. शेरजहां को चाकंद थाना की पुलिस द्वारा 12 फरवरी की शाम हिरासत में लेकर फतेहपुर थाना में रखा गया। मुख्यमंत्री के जाने पर ही अगले दिन 13 फरवरी की शाम को इन्हें छोड़ा गया।

वहीं मगध विश्वविद्यालय में आइसा के छात्र नेता कुणाल किशोर को भी विश्वविद्यालय थाना ने हिरासत में ले लिया। उन्हें दोपहर में रिहा किया गया।

टावर चौक पर अपने संबोधन में भाकपा माले जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा अब दमन यात्रा में बदल गई है। हर जिले में हमारे छात्र युवा नेताओं को पुलिस हिरासत में ले रही है। इस मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। छात्र नेताओं को हिरासत में लेने के बजाय मुख्यमंत्री को उनके सवालों का जवाब देना चाहिए।

वहीं आइसा गया प्रभारी और इंकलाबी नौजवान सभा राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर ने कहा कि नीतीश कुमार अब पूरी तरह से बीजेपी की गिरफ्त में आकर तानाशाही का एजेंडा चला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बीपीएससी पीटी घोटाला, परीक्षा पेपर लीक, डोमिसाइल नीति और मगध विश्वविद्यालय की बदहाली पर चुप्पी साधे रखी।

इससे पहले हिरासत से छूटने और घर पहुंचने पर समर्थकों ने तारिक अनवर और मो. शेरजहां का चाकंद में स्वागत किया और माला पहनाकर नारेबाजी की।

कार्यक्रम में जिला कमेटी सदस्य रीता वर्णवाल, रामचंद्र प्रसाद, आइसा नेता मो. शेरजहां, छात्र नेता कुणाल किशोर, अर्जुन सिंह, रामानंद सिंह, मोहम्मद नूर, मो. शाकिब, सत्येंद्र मांझी, तेतरी देवी, दिनेश प्रसाद सिन्हा, नेहाल अहमद समेत दर्जनों लोग शामिल थे।

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