गया।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के पृथ्वी, जैविक एवं पर्यावरण विज्ञान संकाय के डीन प्रो. प्रधान पार्थ सारथी को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति (एनईसी) का सदस्य मनोनीत किया गया है। सीयूएसबी के जन संपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि डीएसटी के जलवायु, ऊर्जा एवं सतत प्रौद्योगिकी (सीईएसटी) प्रभाग ने जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम (सीसी) की राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति (एनईसी) के पुनर्गठन के संबंध में आदेश जारी किया है, जिसमें प्रो. पी. पी. सारथी सहित 15 सदस्य हैं। सीयूएसबी के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह, रजिस्ट्रार प्रो. एन. के. राणा सहित संकाय सदस्यों ने प्रो. सारथी को इस उपलब्धि पर बधाई दी है। कुलपति प्रो. के. एन. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए यह बड़ी उपलब्धि है कि प्रो. सारथी भारत सरकार की उच्च स्तरीय समिति में महत्वपूर्ण योगदान देने जा रहे हैं।
क्षेत्र के प्रसिद्ध मौसम वैज्ञानिक प्रो. सारथी ने वर्ष 2010 में सीयूएसबी में जलवायु परिवर्तन अनुसंधान शुरू किया था और मौसम और संबंधित जलवायु कारकों की भविष्यवाणी में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं । विस्तृत विवरण प्रदान करते हुए प्रो. सारथी ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपीसीसी) के तहत जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम के समन्वय और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है। इसकी देखरेख जलवायु परिवर्तन पर प्रधान मंत्री की परिषद द्वारा की जाती है और इसे जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम (सीसीपी), डीएसटी, भारत सरकार के राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति (एनईसी) के मार्गदर्शन में डीएसटी द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। प्रो. सारथी ने कहा कि सीसीपी की राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति की पहली बैठक संभावित रूप से 17-18 सितंबर, 2024 को नई दिल्ली में निर्धारित की गई है।