गया जी की पावन धरती पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु विष्णुपद मंदिर के दर्शन के लिए पहुँचते हैं, लेकिन शहर में व्याप्त अतिक्रमण और अनियंत्रित ट्रैफिक व्यवस्था उनके अनुभव को बाधित कर देती है। विशेष रूप से घुघरीटार बाईपास, समीर तकिया मोड़, मंगला गौरी, जीबी रोड, कोतवाली थाना के पास से लेकर टावर चौक तक, करीमगंज पुल, मां आनंदी मोड, गुरुद्वारा मोड,सहित शहर के मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण और मनमाने ढंग से ऑटो चालकों द्वारा वाहन रोकने की प्रवृत्ति से जाम की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है।भीषण गर्मी में घंटों जाम में फंसे रहना आम नागरिकों व श्रद्धालुओं दोनों के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी है। शहर की सड़कों पर दुकानदारों द्वारा फैलाए गए अस्थायी निर्माण, ठेले-खोमचे और अनधिकृत पार्किंग के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। नतीजतन, न केवल पर्यटक बल्कि स्थानीय निवासी भी समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुँच पाते।इस गंभीर स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि वह इस समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करे। उन्होंने माँग की है कि घुघरी टार बाईपास सहित पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए, साथ ही ऑटो चालकों के लिए निर्धारित स्थान तय कर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो गयाजी जैसे धार्मिक पर्यटन स्थल की छवि धूमिल हो सकती है और आम जनता को अनावश्यक पीड़ा झेलनी पड़ सकती है। प्रशासन से यह अपेक्षा की जाती है कि वह संवेदनशीलता के साथ शीघ्र प्रभावी कार्रवाई करे। अतिक्रमण से छुटकारा जाम से निजात समीर तकिया मोड़ से जाम से निजात मांग करने वालों में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष के राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता राष्ट्रीय मानवाधिकार के कार्यवाहक अध्यक्ष राणा रंजीत सिंह पूर्व मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर पूर्व महामंत्री गोपाल प्रसाद यादव महेश यादव मंटू कुमार बबलू गुप्ता कुंदन सिंह आदि