पटना। प्रशांत किशोर ने अपनी पदयात्रा के दौरान मधेपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि उन्होंने अपने गृह राज्य गुजरात के तो गाँव- गाँव में फैक्ट्रियां लगवाई पर बिहार को अनदेखी की गयी। जिस कारण से पूरे बिहार के युवा गुजरात जाकर मज़दूरी करने के लिए मजबूर है। बिहार ने उनको पिछले तीन चुनावों से बड़ी संख्या में सांसद जीता कर भेजे, लेकिन अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने कभी भी बिहार के युवाओं के पलायन की समस्या को रोकने के लिए एक भी बैठक नहीं की। साथ ही उन्होंने सभी पार्टियों के नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि किसी ने आपसे मंदिर के नाम पर वोट लिया,किसी ने आपको जाति के नाम पर ठगा,किसी ने आपसे चार किलो मुफ्त अनाज का वादा करके आपका वोट लिया। लेकिन उन्होंने जनता से पुछा क्या किसी ने आपसे आपके बच्चों की शिक्षा या रोज़गार पर वोट माँगा? इसलिए जब आप बबूल बोएँगे, तो आम कहाँ से खाएंगे?
प्रशांत किशोर ने आम जन को जाग्रत करते हुए आगे कहा कि जिस तरह आपने मंदिर के लिए वोट दिया और आपको मिला, जिस तरह आपने गैस के सिलिंडर के लिए वोट दिया और आपको मिला, यह अलग बात है कि उस सिलिंडर की किमत आज 1000 – 1200 हैं। उसी तरह जब आप जाग्रत होकर अपने बच्चों की शिक्षा और रोज़गार के लिए वोट देंगे तभी तो आपके बच्चों को रोज़गार मिलेगा, नहीं तो मोदी जी गुजरात के विकास के नाम पर आपसे वोट लेते रहेंगे और आपके बच्चे वहाँ जाकर मज़दूरी ही करते रहेंगे।