Friday, January 3, 2025
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भागवत कथा के सुनने से जन्म- जमांतरों के पापों से मिलती है मुक्ति:वसुधा भारती

गया।शारदीय नवरात्र के अवसर पर श्री रामचरितमानस नवाह पारायण यज्ञ समिति की ओर से स्थानीय धामीटोला में नौ दिवसीय मानस पाठ का आयोजन चल रहा है। 11 अक्टूबर तक चलने वाले मानस पाठ में मथुरा से पधारे राधाकांत गोस्वामी के निर्देशन में 31 ब्राह्मणों के द्वारा संगीतमय रामायण पाठ के अंतर्गत मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु दसरथ अजर बिहारी……दीनदयाल विरद संभारी प्रभुनाथ मम संकट भारी के चौपाइयों से कोना- कोना गूंज रहा है। 2 दिनों तक बाहर के कलाकारों द्वारा मनोरम झांकी प्रस्तुत की गई।
जिसे देखकर दर्शकों ने खूब सराहना की। बड़े पंडाल में राम दरबार, राम-लक्ष्मण, भरत- शत्रुघ्न, विश्वामित्र,हनुमान जी, गणेश भगवान की प्रतिमा विराजमान है।
वहीं देर सॉन्ग कथा वाचक सुश्री वसुधा भारती जी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। कथा के प्रसंग उन्होंने बताया की भागवत कथा के सुनने से मनुष्य को जन्म जन्मतारों के पापों से मुक्ति मिल जाती है। भागवत कथा सुनने का जीवन में बड़ा ही महत्व है। मृत्यु के उपरांत भटकती आत्मा को शांति के लिए कथा सुनना चाहिये।
समिति के उप सचिव विनोद जसरापुरिया ने बताया है कि रामायण पाठ का समापन महानवमी के दिन 11 अक्टूबर को हवन एवं पूर्णाहुति के साथ किया जाएगा। 12 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन प्रतिमा विसर्जन के उपरांत दोपहर बाद भंडारा का प्रसाद वितरण होगा। उन्होने बताया कि आज से 55 वर्ष पूर्व इस धार्मिक आयोजन का शुभारंभ समाजसेवी गंगाधर डालमिया द्वारा किया गया था, तब से यह निरंतर हर साल किया जा रहा  है।

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