गया ।प्राईवेट स्कूलस एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के गया जिला के अध्यक्ष श्री रामस्वरुप विद्यार्थी के अध्यक्षता में दिनांक 28-06-24 समाचार पत्रों में प्राथमिक शिक्षा के निदेशक श्री मिथलेश मिश्रा जी के द्वारा यह बताया गया कि निजी विद्यालयों को RTE की प्रतिपूर्ति राशि जो कि विगत 05 वर्षों से लंबित है उसका भुगतान संबंधित विद्यालयों में नामांकित RTE के बच्चों के दस्तावेजों की जांच के पश्चात् दी जायेगी l जबकि RTE के अंतर्गत संपूर्ण नामांकित बच्चों का नामांकन माननीय शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार ही निजी विद्यालयों में प्रवेश दिया जाता है। जिनका संपूर्ण दस्तावेज नामांकन से पूर्व आवेदन के साथ ही सरकारी कार्यालयों में जमा लिया जाता है। एक ओर जब RTE के बच्चों का संपूर्ण दस्तावेज नामांकन से पूर्व ही सरकारी कार्यालयों में जमा करवा लिया जाता है फिर पुन: उन दस्तावेजों का हवाला देकर निजी विद्यालयों के प्रतिपूर्ति राशि को भुगतान ना करने कि बात कहां तक उचित है?सभी निजी विद्यालय सरकार के हर दिशा निर्देश को पालन करते हुए शिक्षा क्षेत्र में अग्रसर रहते हैं और उन विद्यालयों में पढ़ने वाले RTE के छात्र-छात्राओं की प्रतिपूर्ति राशि ससमय भुगतान न करके उन्हें आर्थिक एवं मानसिक प्रताड़ना दी जाती है। श्रीमान को ज्ञात हो कि विगत सत्र 2019-2020 से अब तक अर्थात् 05वर्षों से प्रतिपूर्ति की राशि निजी विद्यालय को भुगतान नहीं किया गया है फिर भी निजी विद्यालय RTE के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा एवं हरेक सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं l अत: राज्य सरकार को चाहिए कि सर्वप्रथम हम निजी विद्यालयों के विगत 05 वर्षों से बकाया प्रतिपूर्ति राशि अविलंब भुगतान करें l तदपश्चत आगे आदेश जारी करें। मौके पर सैकड़ों विद्यालय संचालक मौजूद रहे l