डॉ.अंबे कुमारी के काव्य संग्रह का हुआ लोकार्पण

गया।वैश्विक साहित्यिक सांस्कृतिक एवं ज्योतिष शोध संस्था, हिन्दी यूनिवर्स फाउंडेशन नीदरलैंड्स एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक मध्य प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान 23 जून 2024 को राजोत्सव परिसर चित्रकूट में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के विविध रूप विषयक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।उक्त संगोष्ठी में डॉ. अम्बे कुमारी के काव्य संग्रह जयतु आदित्यम जयतु चंद्रयानम एवं हिंदी गद्य विधाएं दो पुस्तकों का विमोचन कामदगिरि के महंत मदन गोपाल दास जी, मॉरीशस के पूर्व मुख्य शिक्षा अधिकारी ज्ञानधनुक चंद जी,मॉरीशस की सुप्रसिद्ध साहित्यकारा कल्पना लाल जी और मॉरीशस ब्रॉडकास्टिंग में साहित्य की प्रस्तोता अंजू घरभरन जी, प्रो. विनय भारद्वाज जी, इसरो के वैज्ञानिक अश्विनी श्रीवास्तव जी के कर कमलों से हुआ।
इस संगोष्ठी में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों की उपस्थित रहे।
जिसमे प्रमुख रूप से प्रोफेसर विनय भारद्वाज, डॉ. सुनीता चौहान, डॉ अरविन्द श्रीवास्तव असीम, एडवोकेट रमा शंकर शुक्ल, बिहार सरकार में पुलिस विभाग के जय प्रकाश मिश्रा पीसीएस सी एल सोनकर जी, अंतरराष्ट्रीय स्तर की कथक डांसर काजल मुले जी की उपस्थिति रही।
इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डा अम्बे कुमारी ने ‘ राम नाम की महिमा ‘ पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया । सम्मेलन में हुई सांध्य काव्य गोष्ठी में अम्बे कुमारी ने जब चांद पर गया मेरा भारत और राम जी चलल बाड़न वनवा नामक कविताओं का पाठ किया ।
सम्मेलन में डा अम्बे कुमारी को साहित्य शिल्पी सम्मान एवं नीलू गुप्ता सम्मान प्रदान किया गया ।

Trending

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here