बिहार के गया में मगध के सबसे बड़े अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज को स्टेचर पर नहीं बल्कि स्टील की कुर्सी पर लेटा कर मरीज को अंदर ले जाया गया।
मरीज हीट स्ट्रोक से पीड़ित था, जिसको इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले जाया गया। जहां एंबुलेंस से उतार कर अस्पताल के अंदर लेने जाने के लिए स्टेचर पर नहीं बल्कि स्टील की कुर्सी पर लेटा कर ले जाया गया है। मरीज को एंबुलेंस से उतर कर स्टील की कुर्सी पर लेटाया और 3 की संख्या में रहे लोगों ने घसीट कर मरीज को अंदर ले गए।
इसी मौके पर गुरुआ के राजद विधायक विनय यादव पहुंचे, जहां उन्होंने भी देखा कि मरीज को एंबुलेंस से उतार कर किस तरह से वार्ड तक ले जाया जा रहा है। विधायक खड़े होकर देखते ही रह गए।
विधायक ने कहा कि अस्पताल प्रशासन का यह घोर लापरवाही है। पिछली बार भी आए थे तो इस मामले से डीएम से अवगत कराए थे, लेकिन फिर से वही व्यवस्था अस्पताल में चल रही है। बिहार सरकार बोलती है कि बिहार में सुशासन की सरकार है क्या यही मरीजों के साथ सुशासन किया जा रहा है। मरीज के लिए एक स्टेचर तक बिहार सरकार की ओर से व्यवस्था नहीं हो रही है तो अंदर इलाज होती है या नहीं यह तो भगवान भरोसे है। गया में लू से प्रत्येक दिन 20 से 30 लोगों की मौत हो रही है और कोई देखने वाला नहीं है। सरकार एकदम कान में रूई डालकर सोई हुई है।